tag:blogger.com,1999:blog-29276829.post3592772741625878591..comments2023-04-27T12:57:03.181+05:30Comments on कभी तो॰॰॰॰॰॰॰॰॰॰: कश्मीर में तीन दिन-------आखिरी किश्त-संजीव गौतमhttp://www.blogger.com/profile/04495238607820943010noreply@blogger.comBlogger4125tag:blogger.com,1999:blog-29276829.post-60721254688867655922010-01-05T20:35:37.136+05:302010-01-05T20:35:37.136+05:30mugal darbar kya baat hai
kashmir ghoom aaye hain...mugal darbar kya baat hai <br />kashmir ghoom aaye hain aap<br />suna hai dharti par swarg hai<br />aap ke aankhon se dekh bhi liya<br /><br />nav varsh ki hardik shubhkamnaayenश्रद्धा जैनhttps://www.blogger.com/profile/08270461634249850554noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-29276829.post-48994997621369290582009-12-14T19:48:16.833+05:302009-12-14T19:48:16.833+05:30जब हमारी वार्ता चल रही थी तो मैं ने कई बार पूछा था...जब हमारी वार्ता चल रही थी तो मैं ने कई बार पूछा था कि ब्लॉग पर नया क्या पोस्ट किया? मुझे लगातार टालने के बाद यह बताया कि कुछ भी नहीं. कश्मीर यात्रा की अंतिम किस्त पोस्ट कर दी और मुझ से छुपा के रखा. ब्लॉग पर पढ़ते हुए पूरा कश्मीर आँखों के सामने नाच गया. लिखा बहुत अच्छा गया लेकिन उतनी ही फनकारी से, जल्दी-जल्दी समाप्त कर दिया गया. प्यास बुझी नहीं. <br />इधर आप बीमारी शीमारी लेकर पड़े हैं. उठिए, कमर कसिये, अपनी प्रतिभा का सदुपयोग कीजिए और जितनी जल्दी हो सके, एक गजल पोस्ट कर डालिए. कोई बहाना मत फ़ेंक दीजियेगा.सर्वत एम०https://www.blogger.com/profile/15168187397740783566noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-29276829.post-59518020136905637222009-12-11T19:17:22.859+05:302009-12-11T19:17:22.859+05:30अहा! मुगल दरबार का जिक्र ही मुँह में पानी ले आता।
...अहा! मुगल दरबार का जिक्र ही मुँह में पानी ले आता।<br /><br />लेकिन आखिरी कड़ी पढ़कर लगा कि तनिक जल्दबाजी कर दी गयी है। <br /><br />अब एक ग़ज़ल हो जाये संजीव जी?गौतम राजऋषिhttps://www.blogger.com/profile/04744633270220517040noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-29276829.post-62864226096028084902009-12-10T22:07:47.368+05:302009-12-10T22:07:47.368+05:30... bahut khoob !!!!... bahut khoob !!!!कडुवासचhttps://www.blogger.com/profile/04229134308922311914noreply@blogger.com